Wednesday, February 27, 2008

ग़ज़लों की कीताब ...


" कुछ पन्ने ख़ाली रह गये,
हम वो कीताब पूरी कर ना सके ;
जीनपे लीखा करते थे गज़ले ,
उन्ही से दोबारा मील ना सके !!! "

~ Rups ~ Bangalore ... Year 2006 ....
(C) Rupa.Patil.2008

No comments: