Thursday, November 22, 2007

...


" तेरे दरवाज़े पे आकर भी-
दे पाए हम दस्तक ...

... तेरी ठोकर को करके याद-
बहोत टूटे , बहोत टूटे !!! "




~ Rups ~
20th November 2007
Still...Bangalore

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