तुमसे दूर इस शक़्स का, ना पूछो क्या हाल है;
दर्द है, तड़प है, और हज़ारों सवाल है।
कुछ ऐसे सवाल है, जिनके दर्दभरे जवाब है;
आरज़ू है तुम्हारी, पर हासिल सिर्फ ख़्वाब है।
कल के चाँद से पूछो, हम रात भर जागते रहे;
तुम गहरी नींद में थे, पर हम तड़पते रहे।
हाँ, पता है, सुबह होते, तुम इंतज़ार करोगे;
मेरे ना होने पर, परेशान से रहोगे।
पर उस रात का क्या, जब दिल तरसते रह जायेगा,
तुम्हारा इंतज़ार करते, शायद थक भी जायेगा।
वो इंतज़ार नहीं आसान, ख़त्म जो न हो पाए;
वो इश्क़ नहीं आसान,मुमकिन जो न हो पाए।
हाँ, पता है, सुबह होते, तुम इंतज़ार करोगे;
मेरे ना होने पर, परेशान से रहोगे।
पर उस सुबह का क्या, जब तुम तलाशते रहो,
मगर पिछली रात ही, ये दिल धड़कना छोड़ दे?...
~ Ruu ~
17 November 2017
दर्द है, तड़प है, और हज़ारों सवाल है।
कुछ ऐसे सवाल है, जिनके दर्दभरे जवाब है;
आरज़ू है तुम्हारी, पर हासिल सिर्फ ख़्वाब है।
कल के चाँद से पूछो, हम रात भर जागते रहे;
तुम गहरी नींद में थे, पर हम तड़पते रहे।
हाँ, पता है, सुबह होते, तुम इंतज़ार करोगे;
मेरे ना होने पर, परेशान से रहोगे।
पर उस रात का क्या, जब दिल तरसते रह जायेगा,
तुम्हारा इंतज़ार करते, शायद थक भी जायेगा।
वो इंतज़ार नहीं आसान, ख़त्म जो न हो पाए;
वो इश्क़ नहीं आसान,मुमकिन जो न हो पाए।
हाँ, पता है, सुबह होते, तुम इंतज़ार करोगे;
मेरे ना होने पर, परेशान से रहोगे।
पर उस सुबह का क्या, जब तुम तलाशते रहो,
मगर पिछली रात ही, ये दिल धड़कना छोड़ दे?...
~ Ruu ~
17 November 2017
No comments:
Post a Comment